छत्तीसगढ़ताज़ा खबर

कांग्रेस को बड़ा झटका, धमतरी महापौर का नामांकन रद्द

धमतरी\बिलासपुर\दुर्ग\कटघोरा| संवाददाताः नगरीय निकाय चुनाव में मतदान से पहले ही कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. धमतरी से कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी विजय गोलछा का नामांकन रद्द हो गया है.

भाजपा के नेताओं ने विजय गोलछा के नामांकन पर 29 जनवरी को आपत्ति लगाई थी. जिस पर गुरुवार को निर्वाचन अधिकारी ने दोनों पक्षों को सुना और फिर नामांकन रद्द कर दिया.

धमतरी महापौर पद के लिए कांग्रेस पार्टी ने विजय गोलछा को उम्मीदवार बनाया था.

विजय गोलछा ने धूमधाम से नामांकन दाखिल किया था. भाजपा ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस प्रत्याशी विजय गोलछा नगर निगम धमतरी में ठेकेदारी करते हैं.

ठेकेदारी करने की वजह से वो नगर निगम से लाभार्थी साबित हुए. जिसके चलते उनका नामांकन निरस्त करना चाहिए.

इस मामले का निराकरण करने के लिए निर्वाचन आयोग ने 30 जनवरी गुरुवार समय दिया गया था.

आज नगर निगम सभाकक्ष के राज्य निर्वाचन अधिकारी इंदिरा सिंह के कक्ष में कांग्रेस प्रत्याशी पर लगाए गए आपत्ति के संबंध में लगभग दो घंटे तक बहस चली.

दोनों ओर से वकीलों ने निर्वाचन आयोग के सामने अपना-अपना पक्ष रखा. दोनों का पक्ष सुनने के बाद रिटर्निंग अधिकारी ने विजय गोलछा का नामांकन रद्द कर दिया.

विधायक बैठे धरने पर

इस फैसले के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता नारेबाजी और प्रदर्शन करने लगे.

कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि विजय गोलछा का नामांकन रद्द करना गलत है.

इससे पहले कांग्रेस विधायक ओंकार साहू निगम के सभाकक्ष के सामने धरने पर बैठ गए थे.

विधायक को धरने पर बैठे देख कई कांग्रेसी नेता भी धरना शुरू कर दिया था.

दरअसल विधायक ओंकार साहू  फैसले के दौरान  निगम के सभाकक्ष के अंदर जाना चाह रहे थे.

लेकिन उन्हें कक्ष में भीतर प्रवेश नहीं दिया गया. इसी से नाराज होकर विधायक धरने पर बैठ गए थे.

छत्तीसगढ़ में 4 जगह बीजेपी को वॉकओवर

इधर प्रदेश के 4 बीजेपी पार्षद प्रत्याशियों को वॉकओवर मिल गया है. इनमें बिलासपुर और दुर्ग नगर निगम में 1-1 और कटघोरा नगर पालिका से 2 प्रत्याशियों का चुनाव जीतना तय हो गया है.

क्योंकि यहां बीजेपी के अलावा कोई और पार्टी या निर्दलीय प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल नहीं किया है.

बिलासपुर नगर निगम के वार्ड 13 से तीन लोगों ने पार्षद पद के लिए नामांकन दाखिल किया था.

यहां कांग्रेस उम्मीदवार श्याम पटेल ने तो नामांकन पत्र के साथ जाति प्रमाण पत्र ही जमा नहीं किया है. जिससे उनका नामांकन निरस्त हो गया है.

कांग्रेस ने इस मामले में श्याम पटेल को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है.

एक अन्य उम्मीदवार में आम आदमी पार्टी से नर्मदा पटेल ने नामांकन दाखिल किया था. लेकिन उसका भी नामांकन रद्द हो गया है.

इसके बाद अब वार्ड में भाजपा प्रत्याशी रमेश पटेल के अलावा कोई प्रत्याशी नहीं रह गया है. इस तरह यहां से बीजेपी प्रत्याशी रमेश पटेल की जीत तय है.

इसी तरह दुर्ग नगर निगम के वार्ड नंबर 21 में कांग्रेस की प्रत्याशी मीरा सिंह ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. जिससे यहां बीजेपी की विद्यावती सिंह निर्विरोध पार्षद निर्वाचित हो गईं हैं.

क्योंकि यहां भी बीजेपी और कांग्रेस के अलावा किसी भी प्रत्याशी का नामांकन नहीं था.

इनके अलावा कोरबा जिले के कटघोरा नगर पालिका में वार्ड 13 और वार्ड 18 के भाजपा प्रत्याशी वोटिंग से पहले ही चुनाव जीत गए हैं. क्योंकि वार्ड 13 में कांग्रेस प्रत्याशी सीता पटेल ने नामांकन ही जमा नहीं किया है. यहां से भाजपा प्रत्याशी शिवमती नीतू पटेल का एकमात्र नामांकन दाखिल हुआ है.

जबकि वार्ड नंबर 18 में कांग्रेस प्रत्याशी हरीश कुमार ने नामांकन वापस ले लिया है. जिससे यहां बीजेपी उम्मीदवार नरेन्द्र देवांगन की जीत तय है. क्योंकि कोई भी निर्दलीय प्रत्याशी इन दोनों वार्डों में नहीं था.

विश्रामपुर नपं अध्यक्ष प्रत्याशी का नामांकन निरस्त

इधर कांग्रेस को धमतरी के बाद नगर पंचायत विश्रामपुर में भी बड़ा झटका लगा है. यहां भी नगर पंचायत अध्यक्ष की कांग्रेस प्रत्याशी नीलम यादव का नामांकन निरस्त हो गया है.

उन्होंने नामांकन फार्म के साथ जाति प्रमाणपत्र जमा नहीं किया था.

बिश्रामपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष आशीष यादव की पत्नी नीलम यादव को कांग्रेस ने नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी बनाया था.

यहां 29 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच हुई. इसमें भाजपा की ओर से उनकी जाति को लेकर आपत्ति लगाई गई थी.

बताया गया कि नीलम यादव ने दूसरे राज्य का जाति प्रमाणपत्र जमा किया था.

इस पर रिटर्निंग ऑफिसर शिवानी जायसवाल ने 30 जनवरी दोपहर तीन बजे तक नीलम यादव को जाति प्रमाण पत्र जमा करने का समय दिया था.

लेकिन नीलम ने निर्धारित समय तक जाति प्रमाणपत्र जमा नहीं कर सकीं. जिसके चलते उनका नामांकन निरस्त कर दिया गया.

इसी प्रकार यहां के दो निर्दलीय प्रत्याशी सरिता यादव एवं निर्मला शर्मा का भी नामांकन जाति प्रमाणपत्र जमा नहीं करने के कारण निरस्त कर दिया गया है.